आज यहां पर आप एक बहुत ही खुबसूरत रहमत भरी दुआ यानी कि So Kar Uthne Ki Dua जानेंगे जो हम सभी के लिए बहुत ही ज़रूरी है।
हम सब हर रोज अपने मुताबिक़ रात के साथ साथ कभी कभी दिन में भी सोते हैं इसके बाद अगर सही सलामत उठ जाएं तो इस दुआ को ज़रूर पढ़ना चाहिए।
इसीलिए आप यहां इस दुआ को ध्यान से पढ़ें और पूरा लेख भी साथ साथ पढ़ें जिसे आप इस दुआ के साथ साथ और भी अच्छी इल्म सीख सकें।
So Kar Uthne Ki Dua
हमने यहां पर इस सो कर उठने की दुआ को हिंदी के साथ साथ अरबी और इंग्लिश के बहुत ही सुन्दर और साफ़ शब्दों में बताया है।
जिसे आप अपने पसंदीदा लैंग्वेज में सही से इस दुआ को हमेशा सो कर उठने के बाद पढ़े सकें और दिन की शुरूआत अच्छे से कर सकें।
So Kar Uthne Ki Dua In Hindi
अल्हम्दु लिल्लाहिल लजी अह-यना बा’अदा मा अमातना व इलैहिन नुशूर
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So Kar Uthne Ki Dua In Arabic
اَلْحَمْدُلِلّٰہِ الَّذِیْ اَحْیَانَا بَعْدَ مَااَمَاتَنَا وَاِلَیْہِ النُّشُوْرُ
So Kar Uthne Ki Dua In English
Alhamdulillahil Laji Ahyana Ba’adaa Maa Amaatna Wa Elaihin Nushur.
So Kar Uthne Ki Dua Ka Tarjuma
अल्लाह के लिए तमाम तारीफें है जिसने हमें जिंदा किया इसके बाद इसी ने मौत तारी (दे दी) कर दी थी और उसी के तरफ़ लौटना है।
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सो कर उठने की दुआ की फजीलत
- इस दुआ को पढ़ने के बाद मांगी हुई नेक व जायज़ दुआएं कुबूल होती है।
- इसे पढ़ने के बाद वजू करके नमाज़ पढ़ ली जाए तो नमाज़ भी कुबूल होती है।
- इस दुआ को सो कर उठने पर जिसने पढ़ी उसे हर उस गुनाह से बचा लिया जाएगा जिसका खौफ हो।
- दिल में अच्छी नियत नियत करके इस दुआ को पढ़ें दिन भर की मुश्किलों से कोसो दूर रहेंगे इंशाल्लाह।
- इस्लाम में किसी भी दुआ को नेक और अच्छी नियत से पढ़ कर रब से बेशुमार नेमतें पाई जा सकती है।
सो कर उठने पर इन दुआओं को भी पढ़ें।
हज़रते सय्यिदना उबादा बिन सामित रजियल्लाहु तआला अन्हुं से रिवायत है कि
हुज़ूरे पाक साहिबे लौलाक सय्याहे अफ़्लाक सलल्ललाहु तआला अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया कि जिस ने नींद से बेदार होकर कहा:
“ला इल्लाहा इल्ल अल्लाहु वहदहु ला शरी क लहु लहुल मुल्कू व लहुल हम्दु व हुव अला कुल्ली शइन कदिर अल्हम्दु लिल्लाहि व सुब्हानल्लाही व ला इल्लाहा इल्ल अल्लाहु व अल्लाहु अकबर“
फिर अल्लाहु मगफिरली कहा या कोई दुआ मांगी तो उसे कुबुल कर लिया जाएगा, फिर अगर वुजू किया और नमाज पढ़ी तो उस की नमाज कबूल कर ली जाएगी।
सुबह उठने पर इस दुआ को भी ज़रूर पढ़ें।
हज़रते सय्यिदना अब्दुल्लाह बिन अम्र रजियल्लाहु तआला अन्हुं से रिवायत है कि।
सरकारे वाला तबार हम बे कसों के मददगार शफिए रोजे शुमार दो आलम के मालिको मुख्तार हबिबे परवर्द गार सलल्ललाहु तआला अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया जिसने नींद से बेदार होते वक्त:
“बिस्मिल्लाह सुब्हान अल्लाह आमनतूबिल्लाह व कफरतू बिल जिबती वत तागुति“
इस दुआ को दस मरतबा पढ़ा तो हर उस गुनाह से बचा लिया जाएगा जिस का उसे खौफ हो और कोई गुनाह उस तक ना पहुंच सकेगा।
अंतिम लफ्ज़
अब तक तो आप भी बहुत ही आसानी से सो कर उठने के बाद पढ़ने वाली दुआ पढ़ कर जेहन में बसा लिए होंगे यानी याद भी कर लिए होंगे।
हमने यहां पर दुआ के साथ साथ तमाम बातें बहुत ही साफ़ शब्दों में लिख कर बताया था जिसे आप आसानी से पढ़ कर समझ जाएं।