सुचिन्द्रम मंदिर का समय क्या है

तमिलनाडु के दक्षिणी भाग में स्थित सुचिंद्रम मंदिर भारत के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर अपनी भव्य वास्तुकला, अनूठी परंपराओं और आध्यात्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर भगवान शिव, विष्णु और ब्रह्मा को समर्पित है, जिसे “स्थानुमालयन मंदिर” भी कहा जाता है। आइए इस लेख में जानते हैं सुचिंद्रम मंदिर के दर्शन समय, इतिहास, और इससे जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में।

सुचिंद्रम मंदिर का समय

सुचिंद्रम मंदिर में भक्तों के लिए नियमित दर्शन और पूजा का समय इस प्रकार है:

सुबह के समय:

  • मंदिर खुलने का समय: सुबह 4:30 बजे।
  • कलाई संध्या पूजा: सुबह 5:30 बजे।
  • सार्वजनिक दर्शन: सुबह 6:00 बजे से 12:30 बजे तक।

दोपहर का समय:

मंदिर दोपहर 12:30 बजे से 4:00 बजे तक बंद रहता है।

शाम के समय:

  • संध्या पूजा: शाम 4:30 बजे।
  • सार्वजनिक दर्शन: शाम 5:00 बजे से रात 8:30 बजे तक।

मंदिर में रात 8:30 बजे के बाद दर्शन बंद हो जाते हैं।

मंदिर का इतिहास और महत्व

सुचिंद्रम मंदिर का इतिहास हजारों साल पुराना है। इसे “स्थानुमालयन मंदिर” इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां भगवान ब्रह्मा (स्थानु), विष्णु (मालयन), और शिव की पूजा होती है। यह मंदिर हिंदू धर्म के त्रिमूर्ति देवताओं के एकता का प्रतीक है।

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मंदिर का मुख्य आकर्षण 134 फीट ऊंचा गोपुरम (मंदिर का टॉवर) है, जो द्रविड़ शैली में निर्मित है। यहां 1000 स्तंभों वाला एक हॉल भी है, जहां की नक्काशी अद्भुत है।

मंदिर जाने के नियम और सुझाव

  1. ड्रेस कोड: मंदिर में पारंपरिक कपड़े पहनना अनिवार्य है। पुरुषों के लिए धोती और महिलाओं के लिए साड़ी या पारंपरिक वस्त्र अनिवार्य हैं।
  2. मोबाइल फोन और कैमरा: मंदिर के अंदर मोबाइल फोन, कैमरा, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाना मना है।
  3. भीड़ से बचाव: सुबह जल्दी या शाम के समय दर्शन करना बेहतर होता है ताकि आप भीड़ से बच सकें।
  4. पूजा और आरती: मुख्य पूजा और आरती के समय दर्शन करने से आपको एक विशेष आध्यात्मिक अनुभव होगा।

मंदिर कैसे पहुंचे?

  • निकटतम रेलवे स्टेशन: नागरकोइल जंक्शन (लगभग 7 किलोमीटर दूर)।
  • निकटतम हवाई अड्डा: त्रिवेंद्रम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (लगभग 70 किलोमीटर दूर)।
  • बस सेवा: तमिलनाडु और केरल के विभिन्न हिस्सों से मंदिर के लिए नियमित बसें उपलब्ध हैं।

सुचिंद्रम मंदिर से जुड़े कुछ खास तथ्य

  1. यहां भगवान हनुमान की 18 फीट ऊंची प्रतिमा है, जो पूरे भारत में सबसे ऊंची मानी जाती है।
  2. मंदिर में संगीत स्तंभ हैं, जिन्हें छूने पर विभिन्न ध्वनियां निकलती हैं।
  3. मंदिर के पास एक पवित्र सरोवर भी है, जिसका उपयोग भक्त स्नान के लिए करते हैं।

FAQ: सुचिंद्रम मंदिर से जुड़े सवाल-जवाब

प्रश्न 1: सुचिंद्रम मंदिर के दर्शन का सबसे अच्छा समय क्या है?

उत्तर: सुबह 6:00 बजे से 8:00 बजे तक का समय सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि उस समय भीड़ कम होती है और शांति रहती है।

प्रश्न 2: क्या मंदिर में फोटोग्राफी की अनुमति है?

उत्तर: नहीं, मंदिर परिसर के अंदर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की अनुमति नहीं है।

प्रश्न 3: क्या गैर-हिंदू भक्त मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं?

उत्तर: मंदिर में केवल हिंदू धर्म के अनुयायियों को प्रवेश की अनुमति है।

प्रश्न 4: मंदिर में जाने के लिए कोई विशेष पोशाक की आवश्यकता है?

उत्तर: हां, पुरुषों को धोती और महिलाओं को साड़ी या पारंपरिक कपड़े पहनने की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 5: सुचिंद्रम मंदिर कब बंद रहता है?

उत्तर: दोपहर 12:30 बजे से 4:00 बजे तक मंदिर दर्शन के लिए बंद रहता है।

निष्कर्ष

सुचिंद्रम मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और वास्तुकला का एक अद्भुत उदाहरण है। यहां आकर भक्तों को आध्यात्मिक शांति और आनंद की अनुभूति होती है। अगर आप तमिलनाडु या केरल की यात्रा कर रहे हैं, तो इस मंदिर को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें।

My name is Muhammad Ittequaf and I'm the Editor and Writer of Duaein. I'm a Sunni Muslim From Ranchi, India. I've experience teaching and writing about Islam Since 2019. I'm writing and publishing Islamic content to please Allah SWT and seek His blessings.

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