आज़ यहां पर आप अपने ख्वाहिश पूरे करने की दुआ यानि कि Salatul Hajat Ki Dua जानेंगे इसका जानकारी होना बहुत जरूरी है क्योंकी।
आज़ हम सब की ज़िंदगी में कुछ न कुछ ज़रूर छोटी बड़ी ख्वाहिशें होती है और इसे पाने के लिए हम अपनी ओर से भरपूर कोशिश करते हैं।
जिसे हमें सेटिस्फेक्शन और खुशी हासिल हो ऐसे में हम हर तरह से दुन्यावी तरीके के साथ साथ दुआ करके भी अपने रब से मांगते हैं।
Salatul Hajat Ki Dua
हमने यहां पर सलातुल हाजत की दुआ तीनों लैंग्वेज यानी हिंदी के साथ साथ अरबी और इंग्लिश में भी तर्जुमे के साथ बताया है।
आप अपने पसंदीदा जबान में सही सही पढ़ें और अमल में ला कर अपने हर नेक व जायज़ ख्वाहिश के लिए रब से खूब दुआ करें।
Salatul Hajat Ki Dua In Hindi
ला इला ह इल्लल्लाहुल हलिमुल करीम सुब्हानल्लाहि रब्बिल अर्शिल अज़ीम वल हम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमिन. अस्अलू क मुजिबाती रहमति क व अजाइम मग्फिरति क वल गनीमत मिन कुल्ली बिरर् व स्सलामत् मिन कुल्ली इस्मिन. ला तदअ ली जम्बन इल्ला गफर तहु व ला हम्मन इल्ला फर्रज तहु व ला हाजतन हीय ल क रीजनील्ला कजयतहा या अर्हमर्राहिमिन
Salatul Hajat Ki Dua In Arabic
لا إِلَهَ إلاَّ اللهُ الحَلِيمُ الكَرِيمُ، سُبْحَانَ اللهِ رَبِّ الْعَرْشِ العَظِيمِ ، الحَمْدُ لِلهِ رَبِّ العَالَمِيْنَ ، أَسْأَلُكَ مُوجِبَاتِ رَحْمَتِكَ ، وَعَزَائِمَ مَغْفِرَتِكَ ، وَالْغَنِيمَةَ مِنْ كُلِّ بِرّ،ٍ وَالسَّلامَةَ مِنْ كُلِّ إِثْمٍ ،لاَ تَدَعْ لِيْ ذَنْباً إِلاَّ غَفَرْتَهُ، وَلاَ هَمَّاً إِلاَّ فَرَّجْتَهُ، وَلاَ حَاجَةً هِيَ لَكَ رِضاً إِلاَّ قَضَيتَهَا يَا أَرْحَمَ الرَّاحِمِيْنَ
Salatul Hajat Ki Dua In English
Laa ila Ha illallahul Halimul Kareem Subhanallahi Rabbil Arshil Azeem Wal Hamdu Lillahi Rabbil Aalmin. Asaluka Muzibaati Rahmatika Wa Azaaeem Magfiratika Wal Ghanimat Min Qulli Birr Wassalamat Min Qulli Eismeen. La Tadalee Jamban illa Gafratahu Wa Laa Hamman illa Farraztahu Wa Laa Haztan Hiya Laka Riznilla Kajaytahaa Ya Arahamarrahimeen.
Salatul Hajat Ki Dua Ka Tarjuma
अल्लाह के अलावा कोई मालिक और हाकिम नही है जो बहुत ही मेहरबान और करम करने वाला है मै अल्लाह की पाकी और बड़ाई बयान करता हूँ वह अल्लाह जो अर्शे अज़ीम का मालिक है और तमाम तारीफें अल्लाह के लिए हैं जो दोनों जहां का पालनहार है ऐ अल्लाह मै आप से आप की रहमत के और आप की मग़फिरत के मजूत असबाब और हर नेकी में हिस्सा लेने और हर बुराई से सलामती का सवाल करता हूं ऐ अल्लाह मेरे हर गुनाह को माफ़ कर दे और गम को दूर कर दे और मेरी कोई भी ज़रूरत जिस से तू राज़ी हो उस को पूरा कर दे
सलातुल हाजत की दुआ का तरीका
- आप जब सलातुल हाजत की नमाज मुकम्मल कर लें तो इत्मीनान से बैठ कर 3 मरतबा दुरूदे इब्राहिम या फिर कोई भी दुरूद शरीफ़ 3 दफा पढ़ें।
- फिर सलातुल हाजत की दुआ दिल से पढ़ें इसके साथ आप सलातुल हाजत की दुआ का तर्जुमा जो उपर में लिखी हुई है उसे भी पढ़ सकते हैं।
- इसके बाद जिस नेक व जायज़ चीज़ की तमन्ना यानी हाजत हो उसे भी शामिल करें इसके बाद दुनिया व आखीरत की भलाई की दुआ करें।
- आप कोशिश करें दिल में अच्छी नियत रहे और जबान से भी खूब अच्छी अच्छी बातें बयां करें और ज्यादा से ज्यादा रब का हम्द बयां करें।
- आख़िर में भी तीन बार दुरूद शरीफ़ पढ़ कर बोसा लगा कर हाथों को चूम लें इंशाल्लाह आपकी दुआ बारगाह ए इलाही में ज़रूर कुबूल होगी।
अंतिम लफ्ज़
अब तक तो आप आसानी से सलातुल हाजत की दुआ सही से और आसानी से पढ़ कर जान गए होंगे आपकी बेहतरी के लिए हमने यहां पर सलातुल हाजत की दुआ तीनों मशहूर जबान में लिखा।
जिसे आप आसानी से समझ सकें अगर अभी भी आपके मन में कोई सवाल या फिर किसी तरह का कोई डाउट भी हो तो आप हमसे कॉन्टेक्ट मी पेज के जरिए अपना सवाल पूछ सकते हैं।