आज़ यहां पर आप एक नहीं बल्कि कई सारे बहुत ही ख़ास अफजल बरकत व रहमत भरी 51 Masnoon Dua In Hindi के आसान लफ्ज़ों में पढ़ेंगे।
यहां पर लिखी गई सभी दुआएं हर मोमिन को अपने जिंदगी में हर रोज जरूर पढ़ना चाहिए जिसे वो इन दुआओं की फजीलत से दुनियां रौशन कर सके।
51 Masnoon Dua In Hindi
हमने यहां पर सभी दुआओं को अपनी जानिब से हिंदी के बहुत ही साफ़ और सही तरीके से लिखा है लेकीन यह आप भी जानते ही होंगे कि अरबी का सही से हिंदी में रूपांतरित नहीं हो पाता है।
इसीलिए आप यहां पर सभी लफ्जों को अपने जानिब से भी सही मखरज के साथ ध्यान से पढ़ें ताकि हम सब की कोशिश बारगाह ए इलाही में कुबूल हो अगर दिल में ऐसी नियत से पढ़ेंगे तो इंशाल्लाह जरूर कुबूल होगी।
#1. सुबह हो तो यह दुआ पढ़ें
अस्बाहना व् अस्बहल मुल्कु लिल्लाहि रब्बिल आलामीन अल्लाहुम्मा-इन्नी अस्अलुका खैईरा हाज़ल यौऊमि फत्हहु व् नस्सरहू व् नूरा-हु व् ब-र-क-तहू व् हुदाहू व् आऊज़ु-बिका मिन-शर्री मा फ़ीही व् शर्रिमा बअद-हू।
या यह पढ़े
अल्लाहुम्मा बिका अस्बहना व् बिका अम्सैईना व् बिका नह्या व् बिका नमुतु व् इलैईकल मसीरुहु।
#2. जब सूरज निकले तो यह दुआ पढ़ें
अलहम्दु लिल्लाहिल्लजी अका-ल-ना यौ-म-ना हाजा व लम् युहिलक्ना बिजुनूबिना।
#3. शाम हो तो यह दुआ पढ़ें
अम्सैना व अम्सल मुल्कु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन अल्लाहुम-म इन्नी अस् अकु-क खै-र हाजिहिल्लैलति फत-ह हा व नस-रहा व नु-र हा व ब-र क-तहा व हुदाहा व अअूजु बि-क मिन शर्री मा फ़ीहा व शर्री मा बअ्-द हा।
या यह दुआ पढ़ें
अल्लाहुम-म बि-क अम्सैना व बि-क अस्बह्नना व बि-क नह्यय व बि-क नमूतु व इलैकन्नशूर।
#4. मग़रिब की अज़ान हो तो यह दुआ पढ़ें
अल्लाहुम-म इन-न हाज़ा इक्बालु लैलि-क व इद् बारु नहारि-क व अस्वातु दुआति-क फग्फिरली।
#5. शाम सुबह पढ़ने की कुछ दुआ
बिस्मिल्लाहहिल्लज़ी ला यज़ुर्रू मअस्मिही शैउन फ़िल अर्जि व ला फ़िस्समाइ वहुवस्समीअुल अलीम।
या यह पढ़े
फ़ सुब्हानल्लाहि ही-न तुम्सू-न व ही-न तुस्बिहू न व लहुल हम्दु फि़स्समावाति वल अर्ज़ि व अशीयंव-व-ही-न तुज़्हि रुन युख्रिजुल हय-य मिनल मय्यिति व युख्रिजुल मय्यि-त मिनल हय्यि व युहियल अर-ज़ बअ द मौ ति हा व कजा़लि-क तुख-र जून।
या यह पढ़े
हामीम तंजीलुल किताबि मिनल्लाहिल अज़ीजिल अलीम गा़फ़िरिज्जम्बि व का़बि-ल त्तौ बि शदीदिल अ़िकाबि ज़ित्तौलि ला इला-ह इल्ला हु-व इलैहिल मसीर।
#6. आयतल कुर्सी
अल्लाहु ला इलाहा इल्लाहु वल हय्युल कय्युम
ला तअखुजुहू सि नतंव वला नौम
लहु मा फिस्समा वाति वमा फिल अर्द
मन जल लजी यशफउ इन्दहु इल्ला बि इजनिह
यअलमु मा बैना अयदिहिम वमा खल फहुम
वला युही तूना बिशैइम मिन इलमिही इला
बिमा शा अ वसिया कुरसिय्यु हुस्समावाति वल अर्द
वला य उ दुहू हिफ्जु हुमा व हुवल अलिय्युल अजिम.
#7. सोते समय यह पढ़े
अल्लाहुम्मा बि इसमिका अमूतु व अहया
#8. सोते समय नींद ना आने पर यह दुआ पढ़ें
अल्लाहुम्मा ग़ार-तिन्नुजूमु व हदा अतिल उयूनु व अन-त हय्युन क़य्यूमुन ला ता ख़ुजु क सि न तौं व ला नउम या हय्यु या क़य्यूमु अहदि लयली व अनिम अयनी
#9. सोते में डर घबराहट या नींद उचटने पर
अउज़ु बिकलिमातिल्लाहि त्ताम्मति मिन ग़-ज़बिही व अिक़ाबिही व शर्रि अ़िबादिही व मिन ह-म-ज़ातिश्श्यातीनि व अंय्य हज़ुरुन।
#10. जब सो कर उठे तो यह दुआ पढ़ें
अल्हम्दु लिल्लाहिल लजी अह-यना बा’अदा मा अमातना व इलैहिन नुशूर
या यह पढ़े
अलहम्दु लिल्लाहिल्लज़ी युहियल मौता व हु-व अला कुल्लि शैइन कदीर।
#11. पख़ाने जाने से पहले की दुआ
अल्लाहुम्म इन्नी अउजू बि क मिनल खुब्सि वल खबाइस
#12. पाख़ाने जाने के बाद की दुआ
अल्हम्दु लिल्लाहिल लजी अज हबा अन्निल अजा व आफानी
#13. वुज़ू की दुआ
बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम बिस्मिल्लाहि वल्हम्दु लिल्लाहि अला दीनिल इस्लाम
वुज़ू करने के बाद की दुआ, यह दुआ आसमान की तरफ मुंह करके पढ़ें।
अल्लाहुम् मजअल्नी मिनत्तव्वाबीना वजअलनी मिनल मुततह् हिरिन
#14. मस्जिद में दाखिल होने की दुआ
अल्लाहुम्म फ तहली अबवाब रह् मतिक
मस्जिद से निकले तो हुज़ूर सल्ल० पर दरुद व सलाम के बाद यह पढ़े।
अल्लाहुम्म इन्नी अस अलु क मिन फजलि क व रह् मतिक
#15. जब अज़ान की आवाज़ सुने तो यह पढ़े
अश्हदु अल्ला इला-ह इल्लल्लाहु वह्दहू ला शरी-क लहू अश्हदु अन-न मुहम्मदन अब्दुहू व रसूलुहू रज़ीतु बिल्लाहि रब्बन व बिमुहम्मदिन रसूलन व बिल इस्लामि दीनन०
#16. जब घर में दाखिल हो तो यह पढ़े
अल्लाहुम्म इन्नी अस अलु क खैरल मौलिजी व खैरल मख्रिजी बिस्मिल्लाही व लज्ना व अलल्लाहि तवक्कलना
#17. जब घर से निकले तो यह पढ़े
बिस्मिल्लाही त वक्कलतु अलल्लाही व ला हौ ल वला कुव्वता इला बिल्लाह
#18. जब बाज़ार में दाख़िल हो तो यह पढ़े
ला इलाह इल्लल्लाहु वदहू ला शरी-क-लहू लहुल मुल्कु व-ल-हुल-हम्दु, युहयी वयुमीतु वहु-व. हय्युन ला यमुतु बियदिहि ल-खैरू वहु-व अलाकुल्लि शैइन क़दीर.
#19. अगर बाजार में कुछ बेचना या ख़रीदना हो तो यह भी पढ़े
बिस्मिल्लाहि अल्ला हुम-म इन्नी अस्- अलु-क खै-र हाजिहिस्सूक़ि व खै-र मा फीहा व अअूज़ु बि-क मिन शर्रि हा व शर्रि मा फ़ी हा अल्लाहुम-म इन्नी अअूज़ु बि-क अन उसी-ब फ़ीहा यमीनन फ़ाजि-र-तन औ सफ़्क़तन ख़ासिरतन
#20. जब खाना शुरू करे तो यह पढ़े
बिस्मिल्लाहि व अला ब-रकतिल्लाह
#21. बिस्मिल्लाह याद आने पर पढ़े
बिस्मिल्लाहि अव्वलहू व आख़ि रुहू
#22. जब खाना खा चुके तो यह दुआ पढ़े
अल हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी अत-अ-म-ना व सक़ाना व ज अलना मिनल मुस्लिमीन
या यह पढ़े
अल् हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी हु-व अश-ब-अ- ना व अर्वाना व अन-अ-म अलैना व अफ़-ज़-ल।
या यह पढ़े
अल्लाहुम-म बारिक लना फ़ीहि व अत् अि म्ना ख़ैरम मिन्हु
या यह दुआ पढ़े
अल् हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी अत-अ-म-नी हाज़त्तआ-म व र-ज़-क़नीहि मिन ग़ैरि हौलिम मिन्नी व ला क़ूव तिन
#23. जब किसी के यहां दावत खाये तो यह पढ़े
अल्लाहुम्मा अ त इम मन अ त अमनी वसकी मन सकानी
#24. ज़मज़म का पानी पीकर यह दुआ पढ़े
अल्लाहुम्म इन्नी अस अलू क इल्मन नाफि अंव व रिज्कंव वासि अंव व शिफाअम मिन कुल्लि दाईन।
#25. अगर किसी के यहां इफ़्तार करे तो पढ़े
अफ़्त-र अिन-द कुमुस्साइमू न व अ-क-ल तआ-म कुमुल अब् रा-रु व सल्लत अलैकुमुल मलाइकतु
#26. दूल्हा को यूं मुबारकबाद दी जाए
बा-र-कल्लाहु ल-क व बा-र-क अलैकुमा व ज-म-अ बै-न-कुमा फ़ी ख़ै रिन
#27. बीवी से हम-बिस्तरी के इरादे के वक़्त
बिस्मिल्लाहि अल्लाहुम्म जन्निब् नश्शैता न व जन्निबिश्शैता न मा रज़क तना
#28. मनी निकलने पर दिल में यह पढ़े
अल्लाहुम-म ला तज-अल लिश्शैतानि फ़ीमा रज़क़्त-नी नसीबा
#29. जब चांद पर नज़र पड़े तो यह दुआ पढ़े
अउज़ु बिल्लाहि मिन शर्रि हाजा
#30. नया चांद देखे तो यह दुआ पढ़े
अल्लाहुम्म अहिल्लहु अलयना बिल युमनी वल इमान वस् सलामति वल इस्लाम वत तवफिकी लीमा तुहिब्बु व तर्जा रब्बी व रब्बुकल्लाह।
#31. जब किसी को रुख़्सत करे तो यह पढ़े
अस्त्तौदिअुल्ला-ह दी-न-क व अ मा-न-त-क व ख़्वाती-म अ-म-लि-क
#32. जब सफ़र का इरादा करे तो यह पढ़े
अल्लाहुम-म बि-क असूलु व बि-क अहूलु व बि-क असीरु
#33. किसी मंज़िल रेलवे स्टेशन या मोटर स्टैंड पर उतरे तो पढ़े
अअूज़ु बिकलिमातिल्लाहित्ताम्माति मिन शर्रि मा ख-लक
#34.किसी शहर या बस्ती में दाखिल होने लगे, तो तीन बार पढ़े
अल्लाहुम-म बारिक लना फ़ीहा
फिर यह पढ़े
अल्लाहुम-मर्ज़ुक़्ना जना हा व हब्बिब्ना इला अहिल हा व हब्बिब सालिही अहिलहा इलैना
#35. जब किसी को मुसीबत परेशानी या बुरे हाल में देखे तो यह दुआ पढ़े
अल् हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी आफ़ानी मिम्मब्तला-क बिही व फ़ज़्ज़-ल-नी अला क-सी रिम मिम्मन ख़-ल-क़ तफ़्ज़ीला
#36. जब दुश्मनों का डर हो तो यह पढ़े
अल्लाहुम-म इन्ना नज्अलु-क फ़ी नुहूरि-हिम व न अूज़ु बि-क मिन शुरुरिहिम
#37. अगर दुश्मन घेर लें तो यह दुआ पढ़े
अल्लाहुम-म मस्तुर अौ रातिना व आमिरौ-आतिना
#38. जब कोई परेशानी हो तो यह दुआ पढ़े
अल्लाहुम-म रहम-त-क अर्जू फ़ ला तकिल्नी इला नफ़्सी तर्फ़-त ऐं निंव व अस्लिह शानी कुल्लहू ला इला-ह इल्ला अन-त
या यह पढ़े
हस्बुनल्लाहु व नि अमल वकीलु
या यह पढ़े
अल्लाहु अल्लाहु रब्बी ला उश्रिकु बिही शैआ
या यह पढ़े
या हय्यु या क़य्यूमु बिरहमति-क अस्तग़ीसु
#39. हर क़िस्म की माली तरक़्क़ी के लिए यह दरुद शरीफ़ है
अल्लाहुम-म सल्लि अला मुहम्मदिन अब्दि-क व रसूलि-क व अल-ल मुअ् मि नी-न वल मुअ् मिनाति व अलल मुस्लिमी-न वल मुस्लिमाति
#40. शबे क़द्र की दुआ यह है
अल्लाहुम-म इन्न-क अफ़ूवुन तुहिब्बुल अफ़ व फ़अ्फ़ु अन्नी
#41. अपने साथ एहसान करने वाले को यह दुआ दे
जज़ाकलाहु ख़ैरन
#42. जब क़र्ज़दार क़र्ज़ा अदा कर दे तो उसको यह दुआ दे
अौफ़ै तनी अौफ़ल्लाहु बि-क
#43. जब अपनी कोई महबूब चीज़ देखे तो यह पढ़े
अल्हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी बि नि अ मति ही ततिम्मुस्सालिहातु
#44. जब गुस्सा आये या गधे या कुत्ते की आवाज़ सुने या बुरे वसवसे आयें तो
अअूज़ु बिल्लाहि मिन श्शैतानिर्र जी म
#45. बारिश के लिए तीन बार यह दुआ मांगे
अल्लाहुम-म अग़िस्ना
या यह पढ़े
अल्लाहुम-म अन्ज़िल अला अर्ज़ि ना ज़ी-न-त हा व स-क-न-हा
#46. जब बादल आता हुआ नज़र पड़े तो यह पढ़े
अल्लाहुम-म इन्ना नअूज़ुबि-क मिन शर्रि मा उर्सि-ल बिही अल्लाहुम-म सय्यिबन नाफ़िअन
#47. जब बारिश होने लगे तो यह दुआ पढ़े
अल्लाहुम-म सय्यिबन नाफ़िअन
#48. अगर जब बारिश हद से ज़्यादा होने लगे तो यह पढ़े
अल्लाहुम-म हवालैना व ला अलैना अल्लाहुम-म अलल आकामि वल आजामि वज़्ज़िराबि वल अौदियति व मनाबितिश्श-ज-रि
#49. जब क़ुर्बानी करे तो जानवर को क़िब्ला रुख़ लिटाकर यह दुआ पढ़े
इन्नी वज्जह्तु वज्हि-य लिल्लज़ी फ़-त-रस्समावाति वल अर-ज़ अला मिल्लति इब्राही- म हनीफ़ंव व मा अना मिनल मुश्रिकीन इन-न सलाती व नुसुकी व महया-य व ममाती लिल्लाहि रब्बिल आ ल मी न ला शरी-क लहू व बि ज़ालि-क उमिर्तु व अना मिनल मुस्लिमीन अल्लाहुम-म मिन-क व ल-क अन
#50. जब किसी मुसलमान से मुलाक़ात हो तो यूं सलाम कहे
अस्सलामु अलैकुम व रह्मतुल्लाह
इसके जवाब में दूसरा मुसलमान यों कहे
व अलैकुमुस्सलामु व रह्मतुल्लाहि
अगर कोई मुसलमान सलाम भेजे तो जवाब में यों कहे
व अलैहिस्सलामु व रहमतुल्लाहि व ब-र- कातुहू
या सलाम लाने वाले को ख़िताब करके यों कहे
व अलै-क व अलैहिस्सलामु
जब छीक आये तो यों कहे
अल् हम्दु लिल्लाह
इसको सुनकर दूसरा मुसलमान यों कहे
यर्हमुकल्लाह
इसके जवाब में छीकने वाला यों कहे
यह्दीकुमुल्लाहु व युस्लिहु बालकुम
अगर ख़ामख़ाह बे-अख़्तियार बद-फ़ाली का ख़्याल आ जाए तो यह दुआ पढ़े
अल्लाहुम-म ला याती बिल-ह-स-नाति इल्ला अन-त व ला यज़् हबु बिस्सइएआति इल्ला अन-त व ला हौ-ल व ला क़ू-व-त इल्ला बि-क
#51. कोई मुसीबत पहुंचे अगरचे कांटा ही लग जाए तो यह पढ़े
इन्ना लिल्लाहि व इन्ना इलैहि राजिअून अल्लाहुम-म अजिर्नी फ़ी मुसीबती व अख़्लिफ़ ली ख़ैरम मिन्हा
अंतिम लफ्ज़
अब तक तो आप भी आसानी से पढ़ और समझ कर सही सही सभी दुआ को आसानी से पढ़ना सीख गए होंगे अगर कोई सवाल या फिर किसी तरह का कोई डाउट भी हो तो आप हमसे कॉन्टेक्ट मि पेज के ज़रिए जरूर पूछें हम आपके सभी सवालों का जवाब जरूर पेश करेंगे।